मैं आज सांसारिक सत्य के बारे में छोटा सा टिप्पणी लिख रहा हूँ जो हमारे जीवन की कुछ लम्हों मे देखने को मिलती है अगर हम ब्रह्माण्ड के समस्त घटनाओ के बारे अध्ययन करके सोचे तो बहुत सारे बिचार उत्पन होंगे सामाजिक दृष्टीकोण से देखा जाय जो हमारे दैनिक दिनचर्या में देखने को मिलते है चिड़िय जब जीवित रहती है तब वो किड़े-मकोड़ों को खाती है और चिड़िया जब मर जाती है तब किड़े-मकोड़े उसको खा जाते है। इसलिए इस बात का ध्यान रखो की समय और स्थिति कभी भी बदल सकते है इसलिए कभी किसी का अपमान मत करो कभी किसी को कम मत आंको। तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है। एक पेड़ से लाखो माचिस की तिलियाँ बनाई जा सकती है। पर एक माचिस की तिली से लाखो पेड़ भी जल सकते है। कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए, पर कुदरत कभी भी किसी को महान बनने का मौका नहीं देती।
कंठ दिया कोयल को, तो रूप छीन लिया ।
रूप दिया मोर को, तो ईच्छा छीन ली ।
दी ईच्छा इन्सान को, तो संतोष छीन लिया ।
दिया संतोष संत को, तो संसार छीन लिया।
मत करना कभी भी ग़ुरूर अपने आप पर 'ऐ इंसान'-भगवान ने तेरे और मेरे जैसे कितनो को मिट्टी से बना कर, मिट्टी में मिला दिए ।इंसान दुनिया में तीन चीज़ो के लिए मेहनत करता है
मेरा नाम ऊँचा हो ,मेरा लिबास अच्छा हो .,मेरा मकान खूबसूरत हो ..लेकिन इंसान के मरते ही भगवान उसकी तीनों चीज़े सबसे पहले बदल देता है नाम स्वर्गीय ,लिबास को कफन मे मकान को श्मशान के रूप में। जीवन की कड़वी सच्चाई जिसे हम समझना नहीं चाहते ।एक पत्थर सिर्फ एक बार मंदिर जाता है और भगवान बन जाता है ..
इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है फिर भी पत्थर ही रहते है ..!! #Art