इब कहणा ना कहणा बराबर हो लिया। बूंद था जो कदे वो इब सागर हो लिया। किनारे प ए रहिए आगै जाण म risk स। जितणा गहरा म उतणा ए गहरा मेरा इश्क स॥ खामोशी त भी काम चलाया मनै हर बारी शोर ना करा। अधूरा रह ग्या सफर उनका जिण न मेरी बातां प गोर ना करा। ©Abhi Sahjlan #smundrOrमैं #Drops