Nojoto: Largest Storytelling Platform

कुछ तुम जानो कुछ में जानूं रुक रुककर आंखों से




कुछ तुम जानो कुछ में जानूं
रुक रुककर आंखों  से बरसातें करना,
कुछ तुम जानो कुछ में जानूं
लगता तो ये है मोहब्बत मुकम्मल हो न सकेगी
फिर भी प्यार में आहें भरना 
कुछ तुम जानो कुछ में जानूं
इशारों इशारों में यूं बातें करना 
कुछ तुम जानो कुछ में जानू

©jitendra Tyagi
  इशारों इशारों में यूं बातें करना ,कुछ तुम जानो कुछ में जानूं

इशारों इशारों में यूं बातें करना ,कुछ तुम जानो कुछ में जानूं #कविता

724 Views