आज यू इस तरह मेने कुछ लिख दिया तेरे दिल पर तेरे दिल मे मेरी लिखावट छोड दि यू तेरा मेरे पास आना अपने दिल मे मुजे समाना मुजे अच्छा लगता है आज कुछ खो गई मैं तेरी लिखावट मैं मै क्या लिखू तेरे दिल पर तेरे दिल मैं शायद मैं ही तो नहीं ख्वाईश आप पर कुछ लिखे वो मेरे बस में नहीं क्युकी आप खुद एक बंध किताब हो फिर मैं केसे इसे खोल सकती हू Just for you......