तू तो हमसे रूठा है, छोड़ दे मुझको जाने दे। तु माफ हमें ना कर पाएगा, तो, मौत को मुझ तक आने दे। मानता हूँ खता है मेरी, पर हँसने की तु वजह है मेरी। फर्क तुझे क्या पड़ता है अब, आँख मेरी भर जाने दे।।।। तु माफ ---- ---- ------ बुरी लगी मेरी बातें हैं, या चोट तुझे दे दी मैंने है। तु जो हमसे रूठा है, इस बोझ तले मर जाने दे। तु माफ-------- ---- ----- खता हो चाहे कोई भी, सजा़ भी तो होती है उसकी। माफी तो ना मिलेगी मुझको, सज़ा भुगत के मर जाने दे। तु माफ हमें ना कर पाएगा, तो, मौत को मुझ तक आने दे।। My heart in pain