लो बंद कर ली हमने आंखें कहो तो ख़त्म कर दें इस रूह को जो भक्षक बन कर सब है बैठे हैं जग में क्यूं जन्म ले औरत इस जहान में मासूम सी कली की देह को ना छोड़ा तुमने अपनी हवस के सामने रोती बिलखती होगी मरती होगी तिल तिल वो पर सिखा ना पाई इंसानियत वो तेरे दिल को होगा मन में उसके तुम्हारे लिए सम्मान पर पल भर ना लगा तुम्हे बनने में हैवान जरा सा सोचते उस बचपन के दिल को तुमने भी जिया है वो पल, वो बचपन #अलीगढ़ # rape #बलात्कार #rape #bachpan #बलात्कार #nojotohindi #औरत #women # #Kali #मासूम #stories #poetry #अलीगढ़ #aligarh