बातें कुछ अधूरी रह गई दरमियाँ हमारे, जो पूरी होती नहीं आजकल। नज़रों पर पहरा होगया पलके झुक गई, ज़ुबाँ भी कुछ कहती नहीं आजकल। नज़रे भी बोलती नहीं, ज़ुबाँ भी चुप रहती हैं आजकल। "खुली क़िताब📖"❤️ #healing__heartt #i_am_lonely #kanhakiradha #kanha_ki_radha