सभी बेटियों को समर्पित..... हंसकर सभी के काम को करती हैं बेटियाँ। फिर कोख में क्यों आज भी मरती है बेटियाँ।=2 सहती है कष्ट घर मे और ससुराल में भी वो, परिवार खुश दिखे तो खुश रहती है बेटियाँ। हँसकर सभी............. फिर कोख में............. बेटी नही घर मे वो एक लक्ष्मी का रूप है। जब माँ नही घर मे तो माँ का प्रतिरूप है। भाई के लिए बाप से भी झगड़ती है बेटियाँ। फिर कोख में क्यों आज भी मरती है बेटियाँ। हँसकर सभी.............. फिर कोख में.............. शादी हुई पति घर गयी,ससुराल अपने वो। सासू को समझे माँ,ससुर को बाप समझे वो। लायी न पर दहेज तो जलती है बेटियाँ। फिर कोख में क्यो आज भी मरती है बेटियाँ हँसकर सभी............ फिर कोख में............ ©अमित साहू #HappyDaughtersDay2020 Meghna kapoor