प्रेम का रंग जिस पर चढ़ जाये, उसके मन को दूजा रंग कैसे भाये, तेरा तो प्रेम है बहुत अद्भुत नंदलाला, प्रेम में तेरे डूब के हर जन है मतवाला, प्रेम रंग से बढ़कर और कोई रंग न भाता, ओढ़े जब प्रेम की चुनर प्रेम स्वयं हो जाता, बंसी बजाकर वृंदावन में प्रेम की तान गूंजे रे, राधा-कृष्ण का प्रेम है प्राण कोई कैसे भूले रे!! -Vimla Choudhary 30/8/2021 ©vks Siyag #DearKanha #jnmashtmi #HappyJnmashtmi #radhakrishnalove #lovepoem #nojotohindi #vkssiyag #VimlaChoudhary