तीन बाहिनी के संगम जिहा त्रिवेणी ओकर नाम हे पीपर तरी मा तैहा बैठे बीच नदिया मा विराजमान हे ममा भाँचा के मया जहां हमर राजिम धाम महान हे सुख दुःख के साथ देवईया राजिम दाई जेकर धाम हे सोंधूर पैरी अऊ महानदी तीनो नदी के जहां वास हे दुःख परे मा गोहरायव मईया कर देस मनोकामना पूरा मोर आशा लेके आय रिहेव झोली भर देस पूरा मोर 🙏🏻🙏🏻 जय कुलेश्वर 🙏🏻🙏🏻 जय राजिम लोचन 🙏🏻🙏🏻 ©Yogita Sahu 🙏🙏mor rajim 🏵️dham 🏵️la 🏵️ pranam🏵️ he 🙏🙏 #Maha_shivratri