Nojoto: Largest Storytelling Platform

इक़ जैसे वो दो बदन और इजाज़त भी इश्क़ की तरक़्क़ी के मा

इक़ जैसे वो दो बदन और इजाज़त भी इश्क़ की
तरक़्क़ी के माईने हमें कुछ यूँ मिले तो यूँ ही सही
जाने क्या क्या उधेड़ आई नस्लें सदियां गवाह हैं
हमने अपने पैबंद कुछ यूँ सिले तो यूँ ही सही
.
धीर पैबंद
इक़ जैसे वो दो बदन और इजाज़त भी इश्क़ की
तरक़्क़ी के माईने हमें कुछ यूँ मिले तो यूँ ही सही
जाने क्या क्या उधेड़ आई नस्लें सदियां गवाह हैं
हमने अपने पैबंद कुछ यूँ सिले तो यूँ ही सही
.
धीर पैबंद

पैबंद