है रातों की खामोशी,जैसे दवा की बेहोशी, कि रातों की नींद गंवारा नहीं मुझे, बनना था बेपरवाह,आशिक़ आवारा नहीं मुझे, अरे आशिक़ बन ही बैठे थे तो, प्यार किया उन्होंने ने, पर संवारा नहीं मुझे। #AnandAalgi #AnandGupta #NojotoNews #PoetryOnline #Rap #Rapper #Corona #Shayari #Story #GoodNight