तो देख मुझे मुस्कुरा देना, मैं पल दो पल का शायर था, सोच कर यही इक ग़ज़ल गुनगुना देना, जिस्मानी बुत में गर न हो सके तो, एहसासों में अपने पनाह देना। तस्वीर में छुपे हुए शायर के अल्फाज़... पेश है, एक ख़ूबसूरत #collab Aesthetic Thoughts द्वारा। #अगरवक़्तमिले #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #morningmood #myownmusings