इश्क़ में बिछड़ जाना भी क्या ख़ूब होता है। लाख दिखावा करलें हम खुश रहने की चेहरे से, पर दिल को उनसे मिलने की बेचैनी हर वक़्त रहेता है। दिल भी दिमाग की अब कहां सुने, दिल तो दिमाग से हर रोज़ लड़ता है। सिलसिला कुच्छ बीच का है, की भुले या न भुले,,, पर हर रात को, ये कम्बक्त दिल ही जीत जाता है। __/ #behindthedreams