क्या सही, क्या ग़लत उसे नहीं इस अंजाम तक पहुंचना है हमारी मां को तो चिंता है कि पापा को सुबह जल्दी काम पर पहुंचना है .... क्या बुरा, क्या अच्छा उसे कहा इस बेहेस में पड़ना है परिवार की खुशी में खुद मुस्कुराकर उसे तो बस सुबह जल्दी उठना है... क्या है, क्या नहीं उसे कहा अपनी जरूरत का खयाल कभी पहले आया है, सबके बाद ही मां ने अपना प्लेट हमेशा लगाया है .... क्या सही , क्या ग़लत वो कुछ कहा जानती है मां तो अपने लिए दुआ भी कभी कहां मांगती है, वो तो हमारी खुशियों में खुश रहना जानती है, हमे बेहतर बनाने के लिए अपनी बुरी से बुरी हालत में भी हमे हमेशा प्यार से पालती है। क्या सही, क्या ग़लत, हमको समझाओ मत... #सहीग़लत #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi