व्यंग्य मैं गरीब हूँ, हाँ मैं गरीब हूँ। मेरे पास टीवी है, फ्रिज़ है,ए सी है। बच्चों को मेरे किस चीज़ की कमी नही जिन्दगी मेरी अभावों में कभी कटी नहीं । फिर भी - हाँ - फिर भी मैं गरीब हूँ। क्योंकि- मेरे पास अभाव है, उस बनावटी चेहरे का । जो शायद हर अमीर के पास होता है। या यूँ कहूँ कि- मेरे पास अभाव है उन दोकली बातों का जो सबके सामने कुछ और कहे, और करे कुछ और। इसलिए- मैं गरीब हूँ, हाँ जनाब- मैं बहुत गरीब हूँ। #स्नेहा_अग्रवाल #मैं_अनबूझ_पहेली #अतुकांत #_रचना #_व्यंग्य