मंजिल - वंजिल छोड़ दिया। शीशे से पत्थर तोड़ दिया।। .. .. कलम से अन्तर - मन को जोड़ रहा हूँ। खुद में,अब मैं खुद को ढूंढ रहा हूँ।। ©Thakur Amit Singh #मेरी_कलम #Mere_alfaaz