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मैं जैसा हूं, उसे वैसा पसंद हूं, की, मैं जैसा हूं,

मैं जैसा हूं, उसे वैसा पसंद हूं,
की, मैं जैसा हूं, उसे वैसा पसंद हूं,,,,

अब इज़ाजत नहीं है,,
वक्त को वक्त पर बदलने की,,,,,

©Alok Kashyap
  #fog  NIKHAT (दर्द मेरे अपने है ) @_सुहाना सफर_@꧁ঔৣMukeshঔৣ꧂RJ09 Anshu writer Dhyaan mira Tafizul Sambalpuri  सुरमई साहित्य Birbhadra Kumari R K Mishra " सूर्य " rasmi IshQपरस्त