उसने रात के अंधेरे में मेरी हथेली पे नाजुक सी उंगली से लिखा मुझे प्यार है तुझसे जाने कैसी सीयाही थी वो लफ्ज़ मिटे भी नहीं और आज तख दीखे भी नहीं Udas shayri #spark