ज़िन्दगी से क्यों रूठ गए हो तुम, इतने मायूस क्यों हो गए हो तुम, ज़रूर तुम्हारा भी किसी ने दिल तोड़ा है, जो इतने ग़म-गीन हो गए हो तुम। ©Yogi Jangra ज़िन्दगी # योगी जांगड़ा Priya Singh