किसी ने पूछा ' तुम किस रस की कविता लिखते हो - वीर रस,श्रृंगार रस ... ? ' मैंने कहा ' रस का मुझे ज्यादा ज्ञान नहीं पर यह जरूर है कि मै कविताएं सिर्फ इसलिए लिखता हूं क्योंकि ये जीवन को कभी नीरस नहीं होने देती हैं ! " अच्छा हो मै लिखूं ,आप भी कुछ लिखो और हम सब लिखें नई नई कविताएं ताकि भावनाओं को एक रूप मिले, कल्पनाओं को कोई स्वरूप मिले और हमारी सोच को एक नई उड़ान मिले .. Let us write poems ...