आंखे!! निःशब्द बेदनावों कि प्रवाह का मार्ग आंखे!! फड़कते होठों से खुलते दिल के आईने का नाम आंखे!! मुदित चेहरे पर पर अनुरंजित शमशीरों की चाह आंखे!! व्याकुल बच्चे के होठों पे सजी स्निग्ध मधुमास दर्द के ज्वार में स्थिर जड़ शून्यता की परिचायक द्रवित हृदय के श्वास तक सनद्ध लहर कि प्रतिपादक खेत आए युद्ध में वियोगी,दर्द के शैलाब की वाहक आंखे ढूंढती सी रेत में तृण सम प्राण कि धारक राजीव ©samandar Speaks Radhey Ray Internet Jockey Samima Khatun Khushi Tiwari अंजान