ना थाम सका रजत तुमको ज़र्फ़ बनकर, चिंगारी भी दी हैं तो अक्सर बर्फ बनकर। जितना अधूरा था सब मुक्कमल होने को, तेरी रोशनाई से गिरता हूँ अब हर्फ़ बनकर.... #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #yopowrimo #मेरा_अस्तित्व, शायद कलम में यूँ है......... #YourQuoteAndMine Collaborating with Ishika Jain