है राह तेरी-मेरी एक और आशियाना भी है एक। ज़िन्दगी साथ में बिताने का ठिकाना भी है एक। है जिंदगी का सफ़र एक और मंज़िल भी है एक। चल हाथों में हाथ दे और शुरुआत करें हम नेक। दिल की खुशी और चाहत का दरिया भी है एक। ज़िंदगी को जीना का हमारा नजरिया भी है एक। जब साथ रहते हैं हरपल संग तो ये बेरुखी क्यूँ। तू सोचती है सिर्फ मुझे, कभी पलटकर भी देख। मैं तुझको अपनी जान मानता हूँ, तू खुशी है मेरी। "साहिल" के लिए तू चाहत का दरिया भी है एक। ♥️ Challenge-625 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।