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देश के लिए कुछ करूं, मन में जागी चाह। चाहे कोई क



देश के लिए कुछ करूं, मन में जागी चाह।
चाहे कोई कुछ कहे, तनिक नहीं परवाह।।

दोस्तों के लिए जिऊं,मन में जागी चाह।
हर गम मैं उनका सहूं, कभी ना भरूं आह।।

©Nilam Agarwalla
  दोहे

दोहे #Poetry

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