एक वो सक्स दुनिया की भीड़ में सब खो से गए हैं अपनों के बीच में भी तन्हा से होने लगे हैं मुस्कुराओ तो सारी दुनिया साथ निभाती है कोई ऐसा सक्स चाहिए जो मेरी उदासी को दूर भगाती हो दुनिया की भीड़ तो बहुत ज्यादा है पर उस भीड़ में। दर्द के समय क्यों तन्हाई है हर कोई यहा अपने काम में उलझा है कोई तो ऐसे हो जो जरूरत के समय कह दे कि तुम मेरे लिए सबसे ज़रूरी हो जब जी रहे है तब कोई कदर करे तो बात होती है मरने के बाद तो दुश्मनों का कंधा भी साथ होता है अक्सर सबकी कदर करने वाले तनहा होते है जब उन्हें जरूरत हो तब वो अकेले रोते हैं कोई तो ऐसा हो जो मुस्कुराए भी साथ में इस तनहा जिंदगी में रोए भी साथ में खुशियां वाली राते तो कट जाती है आराम से कोई तो ऐसा हो को दुखो वाली रातो में जागे साथ में हिमानी सती बहुत उदास सी है जिंदगी