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मैँ ना कहूँ कुछ भी तुम मेरी आँखें पढ़ लो फिर कोई

मैँ ना कहूँ कुछ भी तुम मेरी आँखें पढ़ लो
फिर कोई लहर छू ले हम दोनों के पैर और
तोड़ दे हमारा एक दूजे में खोने का एहसास
फिर हम देखें एक साथ किसी उड़ते हुए बादल को

लहरों पर खेलती हुई किसी कश्ती को 
शाम कि लालिमा में डूबते हुए सूरज को
सूरज डूबते ही तुम्हारा हाथ थाम लूँ में और 
लगा लूँ तुम्हे गले से एक सुनहरी सुबह के इंतज़ार में

और सब धुँधला पड़ जाए और सब #धुँधला पड़ जाए
#nojoto #nojotohindi #nojotoapp #hindi #poetry
मैँ ना कहूँ कुछ भी तुम मेरी आँखें पढ़ लो
फिर कोई लहर छू ले हम दोनों के पैर और
तोड़ दे हमारा एक दूजे में खोने का एहसास
फिर हम देखें एक साथ किसी उड़ते हुए बादल को

लहरों पर खेलती हुई किसी कश्ती को 
शाम कि लालिमा में डूबते हुए सूरज को
सूरज डूबते ही तुम्हारा हाथ थाम लूँ में और 
लगा लूँ तुम्हे गले से एक सुनहरी सुबह के इंतज़ार में

और सब धुँधला पड़ जाए और सब #धुँधला पड़ जाए
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