मैँ ना कहूँ कुछ भी तुम मेरी आँखें पढ़ लो फिर कोई लहर छू ले हम दोनों के पैर और तोड़ दे हमारा एक दूजे में खोने का एहसास फिर हम देखें एक साथ किसी उड़ते हुए बादल को लहरों पर खेलती हुई किसी कश्ती को शाम कि लालिमा में डूबते हुए सूरज को सूरज डूबते ही तुम्हारा हाथ थाम लूँ में और लगा लूँ तुम्हे गले से एक सुनहरी सुबह के इंतज़ार में और सब धुँधला पड़ जाए और सब #धुँधला पड़ जाए #nojoto #nojotohindi #nojotoapp #hindi #poetry