कभी दुर से भी न देखी है मजबूर कोई; शायद उनके बारे में ‘वो’ पढ़कर आये हैं। मज़दूर दिवस पर दो शब्द कहने रासि; मज़दूरों के ही कंधों ‘वो’ चढ़कर आये हैं॥ ✍🏻@raj_sri #yqbaba #yqdidi #yqquotes #mayday #labourday #rasi