Nojoto: Largest Storytelling Platform

किसी से है आज जाना परिवार चलाते चलाते खुद को हीं

किसी से है आज जाना

परिवार चलाते चलाते खुद को हीं गई  भूल

है शौक उन्हें भी उड़ने का 

लेकिन पाया है किस्मत पिंजड़े में रहने का

न किसी ने सिखाया पिंजरा को तोड़ना 

न किसी ने सिखाया आसमान में उड़ना 

अब तड़पती है  तो वो फैलाती है पंख अपना 

जो पिंजरा में रह कर भूल गई है उड़ना 

कहना हमारा बस इतना है 

जो भी हो खुल कर करो इजहार

न डरो अब अपनों से यार

अपनों ने हीं तो तुम्हें रोका है 

उड़ना अगर है तो जोड़ से करो प्रहार

पिंजड़ा जरूर टूटेगा 

और एक दिन जरूर तुम उड़ोगे

फिर सब अपने तुम्हें गले लगाएंगे 

और हंसी खुशी मिलकर परिवार को चलाएंगे ।

©MUSAFIR............. ON THE WAY #emotional_sad_shayari Puneet Arora Sunny Metro Agency Online Holsel Shop Anshu writer Dhanya blackrocks gaTTubaba Rakesh Kumar Das
किसी से है आज जाना

परिवार चलाते चलाते खुद को हीं गई  भूल

है शौक उन्हें भी उड़ने का 

लेकिन पाया है किस्मत पिंजड़े में रहने का

न किसी ने सिखाया पिंजरा को तोड़ना 

न किसी ने सिखाया आसमान में उड़ना 

अब तड़पती है  तो वो फैलाती है पंख अपना 

जो पिंजरा में रह कर भूल गई है उड़ना 

कहना हमारा बस इतना है 

जो भी हो खुल कर करो इजहार

न डरो अब अपनों से यार

अपनों ने हीं तो तुम्हें रोका है 

उड़ना अगर है तो जोड़ से करो प्रहार

पिंजड़ा जरूर टूटेगा 

और एक दिन जरूर तुम उड़ोगे

फिर सब अपने तुम्हें गले लगाएंगे 

और हंसी खुशी मिलकर परिवार को चलाएंगे ।

©MUSAFIR............. ON THE WAY #emotional_sad_shayari Puneet Arora Sunny Metro Agency Online Holsel Shop Anshu writer Dhanya blackrocks gaTTubaba Rakesh Kumar Das