घर भी नहीं सिखा पाता, स्कूल भी नहीं सिखा पाता, सबको अधिकार पता है, संस्कार चलकर नहीं आता। पेट भरने से गर इंसान बन गए होते, पाश्विक परिवृत्ति कोई क्यों अपनाता! पालन-पोषण का हिस्सा है संस्कार रोपना भी, पेट भर जाने से सभ्य समाज नहीं बन जाता। दर्द है ये उन सबका साझा, जिनके घर पर बेटी है, बेटी पर अंकुश रखने से, कर्त्तव्य नहीं निभ जाता। खाना खाने से पहले, जीना इन्हें सीखाना होगा, जैसे भी संभव हो, इंसानी डगर दिखाना होगा। #yqhyderabad #yqnirbhaya #yqsanskar #yqkartvay #yqdesh #yqadhikar #yqbeti