White पल्लव की डायरी फिक्र चिंता में युवा उलझे दंश बेरोजगारी का झेले है निगल गयी सियासतें भविष्य उनका आत्मबल उत्साह जीवन का तोड़े है प्रतियोगिता को ना मिलता नैतिकबल माफिया ने पैमाने सब तोड़े है शह मात के खेल में जीवन उजड़ते दिखते सत्ताओ के काले चेहरे है दम तोड़ता भविष्य भारत का अंधेरे में घर घर के युवाजन है हर चौखट पर मातम पसरा है अपराधी सा दिखता सरकारों के चेहरे है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #love_shayari अपराधी से दिखता सरकारों के चेहरे है