(एहसास) तेरा एहसास होना भी बहुत है! दुनिया साथ ना हो बस,तेरा होना बहुत है! ना होना दूर तू मुझसे पल भर के लिए वर्ना, मुझे तुझसे बिछड़कर फ़िर रोना भी बहुत है! बहुत जागा हुआ हूं हिज्र ऐ शब में , लग के तेरे कदमों से अब सोना बहुत है! नहीं हासिल तुझे "परवेज़" अब कुछ, तुझे नसीब से अपने अभी खोना बहुत है! #PammiG ©Written By Pravej Sabri #JodhaAkbar #shayaari #ilovemypast