बिछड़ने से पहले अगर तुमसे मिल पाते तो एक बात जरूर पूछते जब रिश्ता निभाना ही नही था तो रिश्ते मैं आये ही क्यों थे जब सारे सपनो को तोड़ने ही वाले थे तो सपने दिखाये ही क्यों थे तेरे जिस्म की खुशबू आज भी मेरी सांसो मैं अटकी हुई है, जब गले लगा कर दिल ही तोड़ना था ,तो गले लगा कर होठ से होठ लगाए ही क्यों थे Atulk... Atul Nithari