, दो पल की रात है, मिल जाए साथ तेरा, फिर तो क्या बात है, तुझ बिन नहीं लगदा जी, ना ही करार है, जिस दिन तू हो साथ मेरे, वो दिन बहार है। तेरी ही खातिर, ये दुनिया भुलाई है, तुझ पर ही मैंने ये, जान अपनी लुटाई है, सहना ना आसान, ये दर्द–ए–जुदाई है, तरस खा मुझ पर, ये कैसी तेरी खुदाई है। जीना है तेरे संग, मरना भी साथ है, मेरी हर मुस्कान के पीछे, तेरा ही हाथ है, अब तो तू मन भी जा, दिल बेकरार है, इज़हार मैं करती हूं, तेरी हां का इंतजार है।। // एक तरफा प्यार // दो पल की जिंदगी, दो पल की रात है, मिल जाए साथ तेरा, फिर तो क्या बात है, तुझ बिन नहीं लगदा जी, ना ही करार है, जिस दिन तू हो साथ मेरे, वो दिन बहार है। तेरी ही खातिर, ये दुनिया भुलाई है,