नींदें हराम कर दी इक वैक्सीन ने, पढ़ना मुहाल है दो दिन से आज तक. हमको पता न था इतनी अज़ब है ये, हालत बेहाल है दो दिन से आज तक. किससे कहेंगे हम बेचैन हैं बहुत, सर फट रहा है जो दो दिन से आज तक. कब तक निहारूँ मैं कापी किताब को, दिल बेकरार है दो दिन से आज तक. शनिवार को जो जाते हम अस्पताल को, होता न ये मलाल दो दिन से आज तक. #yqhindi #life #covid19 #covishield #vaccine #sideeffects