इंसान को थोड़ी इंसानियत सिखाई जाए मज़हब से परे कोई दूसरी दुनियां बसाई जाए जहां न हो बैर इंसानों का इंसानों से फिर एक ऐसा मज़हब चलाया जाए ©Bhupendra Rawat इंसान को थोड़ी इंसानियत सिखाई जाए मज़हब से परे कोई दूसरी दुनियां बसाई जाए जहां न हो बैर इंसानों का इंसानों से फिर एक ऐसा मज़हब चलाया जाए #Twowords