तुझको नैनों में अपने बसाता हूं मैं । तुझको तकिए से अपनी लगाता हूं मैं । जब कभी तेरी यादों ने पागल किया तुझको आंसू में भरकर बहाता हूं मैं ।। ©Anuj Kumar Achyutam लक्ष्य#१० #gurpurab