#MessageOfTheDay दफा की जरूरत होती कहाँ हैं ये इश्क़ का बुखार हैं । सजा की तामिल कैसे करे हम इश्क़ के गुनहगार हैं । सजा इश्क़ की इश्क़ ही है दोनों उसी के तलबगार हैं । जब कर ही रहे है दोनों तो बस दोनों तरफ इंतज़ार है ।। ©Priti Meharwal #इंतज़ारऔरमोहब्बत #शायरी #तलब #तलबगार #romance #रोमांटिक #Love #Messageoftheday