मेरे कमरे में तूफ़ान आया है हॉ.... मेरे कमरे में तूफान आया है तेवर इतने की hight density. जिसने रख दिया है सब उथल-पुथल कर! जो वबण्डर सरी का था. जिसने रख दिया है मुझे तोड कर! जिसने बिखेर दिया मुझे जर्रे-जर्रे सा! खैर ऐ उसका काम था..सो किया, पर जो अजीब था वो ये की. न दरबाजे खटके, न खिडकिया लटकी, न अवाज थी, न धूल उडी, न घर धूलधुसिर हुआ! न सामान गिरा, न बिखरा, न टूटा. फिर भी तूफान था जो मेरे कमरे में आया था. जिसने रख दिया मुझे तोड कर. सब ज्यो का त्यो हैं,मुझे छोड कर! अनकही...