लोग पूजते तुम्हे साल के एक दिन एक दिन का यह पूजा कैसा है? लोग मांगते केबल ज्ञान हर दिन पर विनम्रता के बिना यह ज्ञान कैसा है? मैंने तो था बस जल मांगा, तूने तो समंदर दे डाला। मैंने तो कहा "माँ राह दिखा", तूने तो पार लगा डाला।। ©Nobita #Thinking hindi poetry poetry in hindi Hinduism