हर वक़्त यही धुन है गोल घेरा से घर्षण स्वछंद मानव होकर भी गोल घेरा से दर्शन जहां विन्यास कोरी कल्पना है आधार की रोटी ही गोल घेरा है अवस्थान गोल है दुनिया गोल है, और संघर्ष निरंकार! Anjali Jain धन्यवाद SIS! क्या व्यक्ति अपने दायरे का सृजन कर्ता होता है या दायरा नियति है।कुछ ऐसे ही विचार से आते-जाते भाव समक्ष रखा है। हर वक़्त यही धुन है... #हरवक़्त #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine