टेढ़े मेढ़े रास्तों पर तूं हंसी के गीत गुनगुनाता जाए कठिनाइयों भरी राहों पर तूं कभी ना ठोकर खाए अनगिनत आएंगे तीखे मोड़ कंही होगी गहरी खाई मगर तू कभी डरना नही दुनिया की चतुराईयों से पर्वतों की ऊंचाइयों से जाना है तूने अपनी मंज़िल पर जहाँ कभी दुनिया पुहंच ना पाए टेढ़े मेढ़े रस्तों पर तूं हंसी के गीत गुनगुनाता जाए कठिनाइयों भरी राहों पर तूं कभी ना ठोकर खाए #sukhi56wala #sukhi56walaquotes #yqbaba #yqdidi #yqhindipoetry #hindi #poetry #poetrycommunity