तुम कौन हो, जो बिना मेरी इजाजत दिल में समाए जाते हो। तुम कौन हो, जो पहली नजर से ही मेरा दिल चुराये जाते हो। ना तुम्हारा नाम पता है, ना कोई ठिकाना मालूम, कैसे खोजेंगे। ना मिले तुम तो, अपने दिल की बेकरारी का करार, कैसे ढूढेंगे। सभी दोस्तों को प्यार भरा "नमस्कार" 🎀 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है । आज का शीर्षक है : #तुम_कौन_हो