बरस रहा है गली-गली में नीला पीला रंग हरा। जगह कोई ना शेष रही है सब रंगों से अंग भरा।। एक अकेला तू क्यों गुमसुम आजा तुझको भी रंग दूं। रंगों की बरसात है यह तो रहता है क्यों डरा डरा।। © Rajesh vyas kavi बरस रहा है गली-गली में _ #होली #Holi #रंग #गुलाल #happyholi #गीत #holikadahan