✍️ जिंदगी ✍️
कई गठरी दु:खों की बांधकर घर से चले थे
बड़ी मुश्किल से सिमटे हम जो बिखर के चले थे
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चले उस राह पर जिस पर महज संघर्ष साहिल
हम अपने इल्म को इमां को घर करके चले थे
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कई पैरों में थे कांटे कई राहों में थे पत्थर #कविता#yqdidi#yqhindi#विनय_आजाद#writervinayazad