#mohabbatein
हर्फ पर हर्फ डाला ओर अपसाना बन गया '
अहद के पल गुज़र नही सकते ' अगर दिल तक खबर नही रखते
गुजारिश इतनी सी करनी हे तू मांजी को मेरी मुराद समझना दिल मे ना सही अपने करीब रखना '
तग़ाफ़ुल कर ज़हा को मेरी रिवायत पर कर्म रखना मेरी चश्मे पर तेरी नज़र हो " शुरत को तकना ' #NATIONAL_FOSTER_CARE_DAY