इतना शक किया तुमने भरोसा में होती कभी क्या गुंजाइश है अदालत के तराजू में तोलती महोब्बत मेरी फिर पूछती हो क्या फ़रमाहिश है .. अब सुन हि ले क्या चाहत थी मेरी जोकर तो पसंद था महज खिलौना सा तुझको मगर हाथ पकड़ के ज़माने में कहा मेरी गुंजाइश है #shak #bewafa #nojotohaldwani #nojoto #killdil