जिक्र तुम्हारा आते ही, लबों पर मुस्कान सी छा जाती है। धड़कने लगता है दिल और सांसे थमने सी लग जाती हैं। जिक्र तुम्हारा आते ही, हमारी तनहाइयां खिल उठती हैं। ख्वाहिशें बढने लगती हैं और नब्ज़ जमने सी लगती है। तुम्हारे आते ही, महफिलों में शहनाइयां सी बजने लगती हैं। दिल झूम के गाता है और मन की बगिया खिलने लगती है। Challenge -10... #collabwithप्रेमलेखन #प्रेमलेखन #जिक्र_तुम्हारा 👔- सभी लेखक अपनी रचना 6 लाईन में लिखे । 👔- इस प्रतियोगिता का विजेता कल शाम 7 बजे टेस्टीमोनियल के माध्यम से घोषित किया जायेगा । 👔- सभी ज्यादा से ज्यादा कोलब करें । 👔-धन्यवाद ।। #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine