ये इंसान सोचता है, वक्त मेरे हाथ में है। मेरे जैसा कौन होगा, मैं तो धनवान हूंँ। मै पृथ्वी आकाश नापा, नापा सारे चांद तारे। है कोई संसार में तो, मैं ही भगवान हूंँ। मनभावन घनाक्षरी लिखने का पहला प्रयास । कृपया रचना का अवलोकन कीजिए इंसान सोचता है... #इंसानसोचताहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #घनाक्षारी_छंद