हम कब के तुम्हारे हो जाते सनम, अगर ज़िंदगी में कोई दस्तूर न होता !! दिल तक दस्तक जरूर दे पाते, अगर तेरे दिल का पता इतना दूर न होता !! कोई हमें बावला न कहता, अगर हम पर तेरे इश्क़ का सुरूर न होता !! हम इस कैद-ए-मोहब्बत से कब के रिहा हो जाते, अगर तुझसे दिल लगाने का कसूर न होता !! ~सचिन अ. पाण्डेय 'सत्यवीर' #NojotoQuote तुझसे दिल लगाने का ! #lovepoetry #loveshayari #sadshayari #sachinpandeypoetry #loverhymes